अडानी समूह के संस्थापक-अध्यक्ष गौतम अडानी पर लगे आरोपों के बाद, फ्रांसीसी ऊर्जा कंपनी टोटल एनर्जीज ने समूह में आगे निवेश रोक दिया है।
टोटल एनर्जीज ने अडानी समूह के साथ कई परियोजनाओं में अरबों डॉलर का निवेश किया है, जिसमें हरित हाइड्रोजन और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं शामिल हैं। कंपनी ने कहा है कि वह अडानी समूह के खिलाफ लगे आरोपों की जांच पूरी होने तक कोई नया निवेश नहीं करेगी।
यह फैसला अमेरिकी अधिकारियों द्वारा अडानी पर रिश्वतखोरी के आरोपों के बाद आया है। आरोप है कि अडानी ने भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देकर अपने व्यापार को फायदा पहुंचाया। अडानी ने इन आरोपों का खंडन किया है।
टोटल एनर्जीज ने जनवरी 2021 में अडानी ग्रीन एनर्जी में 19.7% हिस्सेदारी हासिल की थी। कंपनी ने कहा कि उसे अडानी समूह के खिलाफ अभियोग के बारे में सार्वजनिक घोषणाओं के माध्यम से पता चला।
टोटल एनर्जीज के इस फैसले से अडानी समूह को झटका लगा है। कंपनी पहले ही शेयर बाजार में भारी गिरावट का सामना कर रही है। अडानी समूह के शेयरों में पिछले कुछ हफ्तों में 20% से ज्यादा की गिरावट आई है।
विश्लेषकों का कहना है कि टोटल एनर्जीज के इस फैसले से दूसरे निवेशकों को भी अडानी समूह से दूरी बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है। इससे कंपनी के लिए धन जुटाना मुश्किल हो सकता है।
अडानी समूह भारत के सबसे बड़े व्यापारिक समूहों में से एक है। कंपनी बंदरगाहों, बिजली उत्पादन, खनन और रियल एस्टेट जैसे क्षेत्रों में काम करती है।
टोटल एनर्जीज के इस फैसले से अडानी समूह के भविष्य पर सवालिया निशान लग गया है। यह देखना होगा कि कंपनी इन आरोपों से कैसे उबर पाती है और अपने निवेशकों का विश्वास कैसे बहाल करती है।