वैश्विक दबाव, महंगाई और ब्याज दरों ने डुबोया बाजार, क्या यह सिर्फ शुरुआत है?
(25 अक्टूबर 2024): भारतीय शेयर बाजार में आज भारी गिरावट देखने को मिल रही है। सेंसेक्स 717 अंक गिरकर 79,348.50 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 187.60 अंक टूटकर 24,211.80 पर आ गया। यह गिरावट पिछले कुछ दिनों से जारी है और विशेषज्ञों का मानना है कि इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार हैं।
गिरावट के प्रमुख कारण:
- वैश्विक आर्थिक मंदी: अमेरिका और यूरोप में मंदी की आशंकाओं के चलते वैश्विक बाजारों में गिरावट देखी जा रही है, जिसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ रहा है।
- बढ़ती महंगाई: तेल की कीमतों में तेजी और कच्चे माल की कमी के कारण महंगाई दर लगातार बढ़ रही है, जिससे कंपनियों के मुनाफे पर असर पड़ रहा है और निवेशक चिंतित हैं।
- ब्याज दरों में बढ़ोतरी: महंगाई को कंट्रोल करने के लिए RBI ने रेपो रेट में बढ़ोतरी की है, जिससे लोन महंगे हो गए हैं और कंपनियों के लिए धन जुटाना मुश्किल हो रहा है।
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली: वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से अपना पैसा निकाल रहे हैं, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ रहा है।
क्या करें निवेशक?
- घबराएं नहीं: बाजार में गिरावट आना एक सामान्य बात है। लंबी अवधि के निवेशकों को घबराने की ज़रूरत नहीं है।
- अच्छी कंपनियों में निवेश करें: मजबूत आधार वाली कंपनियों के शेयर लंबे समय में अच्छा रिटर्न दे सकते हैं।
- विविधता बनाए रखें: अपने पोर्टफोलियो में विभिन्न सेक्टर की कंपनियों के शेयर शामिल करें ताकि जोखिम कम हो।
- विशेषज्ञों की सलाह लें: निवेश से पहले किसी वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना हमेशा बेहतर होता है।