भारतीय शेयर बाजार ने आज सपाट शुरुआत की, बीएसई सेंसेक्स और Nifty 50 दोनों में मामूली उतार-चढ़ाव देखा गया। वैश्विक बाजारों से मिले-जुले संकेतों के बीच निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं, जिससे बाजार में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है।
सुबह 9:15 बजे, BSE सेंसेक्स 100 अंक बढ़कर 65,700 के पार खुला, जबकि Nifty 50 24,600 के स्तर से ऊपर खुला। शुरुआती कारोबार में, बैंकिंग और वित्तीय शेयरों में तेजी देखी गई, जबकि आईटी और फार्मा शेयरों में गिरावट रही।
वैश्विक कारक और फेडरल रिजर्व की बैठक:
विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिकी बाजारों के मिले-जुले प्रदर्शन और एशियाई बाजारों में सुस्ती का असर भारतीय बाजार पर भी दिख रहा है। इसके अलावा, फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय बैठक आज शुरू हो रही है, जिसके नतीजों का इंतजार निवेशक कर रहे हैं। बाजार को उम्मीद है कि फेड ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेगा, जिसका असर वैश्विक बाजारों पर पड़ सकता है।
कच्चे तेल की कीमतें और रुपये में कमजोरी:
कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और रुपये में कमजोरी भी बाजार को प्रभावित कर रही है। ब्रेंट क्रूड 80 डॉलर प्रति बैरल के आसपास कारोबार कर रहा है, जबकि डॉलर के मुकाबले रुपया आज कमजोर खुला है।
घरेलू कारक:
घरेलू मोर्चे पर, निवेशक कंपनियों के तिमाही नतीजों और आर्थिक आंकड़ों पर भी नजर रख रहे हैं। हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत की आर्थिक वृद्धि दर में सुधार हो रहा है, लेकिन मुद्रास्फीति अभी भी चिंता का विषय बनी हुई है।
विशेषज्ञों की राय:
विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार में अभी भी अनिश्चितता का माहौल है और निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए। उन्हें सलाह दी जाती है कि वे लंबी अवधि के निवेश पर ध्यान केंद्रित करें और किसी भी अफवाह पर प्रतिक्रिया देने से बचें।
निवेशकों के लिए सुझाव:
- अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाएं: विभिन्न क्षेत्रों और कंपनियों में निवेश करके जोखिम को कम करें।
- लंबी अवधि के निवेश पर ध्यान केंद्रित करें: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, इसलिए लंबी अवधि के लिए निवेश करना ज़्यादा फायदेमंद होता है।
- अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें: निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह ज़रूर लें।